मेरी अनकही कविता ....
Poems about life,love,struggle
Saturday, April 4, 2015
mere sapne
मेरे सपनो ने अपने लिये शायद
कोई और ठिकाना ढूंढ लिया। …
उन्हें अब मेरे आँखों में
रहना पसंद नहीं। …
शायद तभी कोई सपना टिकता ही नहीं
कही और चला जाता है। ……
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