लहरो की आवाज़ को अक्सर
लोगो ने सागर का शोर समझा है
सागर की गहरई में छिपे
सन्नाटे को कहा किसी ने जाना है
अक्सर चुप चाप रह के
पीठ में खंजर मIरने वालों को
देवता मान के लोगो ने पूजा है
बया कर दे जो भी अपने दिल की बात
अक्सर लोगो ने उसे ही
विद्रोही समझा है...
कहा तक किसे समझाए
कि सच का कोई ठेकेदार नहीं होता
सच को बया करने वाला का
खुदा के सिवा कोई निगे-बान नहीं होता...
लहरो की आवाज़ को अक्सर
लोगो ने सागर का शोर समझा है
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